।। श्रीहरिः ।।


आजकी शुभ तिथि–
भाद्रपद कृष्ण सप्तमी, वि.सं.-२०७४, सोमवार
                 श्रीकृष्ण-जन्माष्टमी (स्मार्त)
           वैष्णव श्रीकृष्ण-जन्माष्टमी-व्रत कल है
        संयोगमें वियोगका अनुभव


(गत ब्लॉगसे आगेका)

   संयोगकी सत्ता मान रखी हैयही गुत्थी है, यही चिज्जड-ग्रन्थि है, यही बन्धन है । जिसका निरन्तर वियोग हो रहा है, उसके संयोगको सच्‍चा मान लियाइसके ऊपर सभी अनर्थ हैं । वियोगरूपी अग्निमें यह संयोग लकड़ीकी भाँति निरन्तर जल रहा है । तो संयोग सच्‍चा  नहीं है, वियोग सच्‍चा है । इसलिये अभी-अभी दृढ़तासे इस वियोगको स्वीकार कर लें तो इसी क्षण मुक्ति हो जाय, कल्याण हो जाय । अब इसमें क्या जोर लगता है ? संयोगको मानना ही बन्धन है और वियोगका अनुभव करना ही मुक्ति है । वियोगको स्वीकार कौन करे ? जो मरना नहीं चाहे, वह । पर अनुभव करनेकी गरज नहीं है; इसलिये देरी हो रही है । गरज इसलिये नहीं है कि जीनेकी इच्छा है और उसमें है संयोगजन्य सुखभोग और संग्रहकी इच्छा, जो खास बाधा है ।

    इसमें भी एक बारीक बात है । मेरा निवेदन है, आप ध्यान देकर सुनें । शरीर-संसारका प्रतिक्षण वियोग हो रहा हैऐसा निश्चय करके बैठ जायँ । कुछ भी चिन्तन न करें । फिर चिन्तन हो जाय तो वह भी मिट रहा है । मिटनेके प्रवाहका नाम ही चिन्तन है । मिटनेवालेके साथ हमारा सम्बन्ध है ही नहीं । यह सब नित्य-निरन्तर मिट रहा है, और हम इसे जाननेवाले हैं, इससे अलग हैं । ऐसे अपने स्वरूपको देखें । दिनमें पाँच-छः बार पन्द्रह-पन्द्रह मिनट ऐसा कर लें । फिर इस बातको बिलकुल छोड़ दें । फिर याद करें ही नहीं । याद नहीं करनेसे बात भीतर जम जायगी । इतनी विलक्षण बात है यह । इसे हरदम याद रखनेकी जरूरत नहीं है । याद करो तो पूरी कर लो और छोड़ दो तो पूरी छोड़ दो, फिर याद करो ही नहीं । जैसे रोजाना काम करते हैं, वैसा-का-वैसा ही करते जायँ फिर बात एकदम दृढ़ हो जायगी । यह याद करनेकी चीज ही नहीं है । यह तो केवल समझ लेनेकी, मान लेनेकी चीज है । जैसे यह बीकानेर हैइसे क्या आप याद किया करते हैं ? याद करनेसे तो और फँस जाओगे; क्योंकि याद करनेसे इसे सत्ता मिलती है । मिटानेसे सत्ता मिलती है । हम इसे मिटाना चाहते हैं, तो इसकी सत्ता मानी तभी तो मिटाना चाहते हैं ! जब हम सत्ता मानते ही नहीं, तो क्या मिटावें ? तो इसकी सत्ता ही स्वीकार न करें ।

नारायण !     नारायण !!     नारायण !!!


‘तात्विक प्रवचन’ पुस्तकसे